इस मंत्र को सुबह के समय अपने मंदिर में बैठकर घी का दिया जला कर
पांच मुखी रुद्राक्ष की माला पर या तुलसी की माला पर इस मंत्र का जाप करें|
इस मंत्र का जाप प्रतिदिन एक माला अवश्य करें|
ध्यान रखें की इस मंत्र का जाप एक निश्चित समय पर ही करें|
यह मंत्र बहुत प्रभावशाली है इस मंत्र को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ करना चाहिए
तो निश्चित ही विवाह का योग बन जाएगा|
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम् ।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम् ।।
इस मंत्र को करने के लिए एस्ट्रो मनु से परामर्श अवश्य ले ले|
इस मंत्र को एक निश्चित तिथि व नक्षत्र में किया जाता है|