मंगल ग्रह की बहुत सी बातें पृथ्वी से मिलती-जुलती है |
पृथ्वी के मध्य दूरी 48543000 मील है |
मंगल का भूमध्य व्यास 4219 मील है|
मंगल सूर्य की परिक्रमा 15 मील प्रति सेकंड मध्य गति से चलकर 687 दिन मैं पूरी करता है|
ग्रहों में मंगल को सेनापति का दर्जा दिया गया है इसकी जाति क्षत्रिय है| मंगल ग्रह शक्ति का प्रतीक है |
वीरता, बल शास्त्र, युद्ध, संबंधी विषय वस्तु का विचार मंगल से किया जाता है|
मंगल ग्रह मकर के 28 अंश पर उच्च का होता है और कर्क राशि के 28 अंश पर परम नीच का होता है|
तांत्रिक मंत्र- ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः (जाप संख्या-10,000)
लघु मंत्र- ॐ अं अंगारकाय नमः
मंगल ग्रह का रत्न मूंगा है|मोती की भांति मूंगा भी खनिज रत्न नही
मोती की समान यह भी समुंद्र में मिलता है|
मूंगा कम से कम 6:15 रत्ती का अवश्य पहनना चाहिए|
मूंगे की अंगूठी अष्टधातु में या सोने में बनवानी चाहिए
(मूंगे की अंगूठी पहनने से पहले एस्ट्रोमनु से परामर्श अवश्य लें ले )